Indicators on sawan kab lagega You Should Know



पूर्वी बिहार, कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

वेद एवं शास्त्रों में श्रावण मास के महत्व को विस्तार से बताया गया है। मान्यता है कि माता पार्वती ने कठोर व्रत और उपवास करके भगवान शिव को सावन मास में ही पति रूप में प्राप्त किया था। इसके साथ भगवान विष्णु, ब्रह्मा, इंद्र और भगवान शिव के गण श्रावण मास में ही पृथ्वी पर वास करते हैं और अलग-अलग रूपों से भगवान शिव की आराधना करते हैं। श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से सभी दुखों का नाश होता है और साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। मान्यता यह भी है कि श्रावण मास में द्वादश ज्योतिर्लिंग में से किसी एक के भी दर्शन करने से साधक को अश्वमेध यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है।

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मिथुन राशि वालों के लिए सावन का पवित्र महीना शुभ साबित होगा। इस राशि वालों के सारे सपने पूरे होंगे। भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा रहेगी। विदेशा जाने का सपना भी पूरा हो सकता है। अगर आप वाहन खरीदने का सपना देख रहे हैं तो more info सावन में आपका ये सपना पूरा हो सकता है। नौकरी में अच्छे अवसर प्राप्त होंगे।

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ॐ नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः ॐ

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सावन में एक विशेष यात्रा निकली है जिसमें शामिल भक्त पारंपरिक पोशाक पहनते हैं, अपने कंधों पर कांवर उठा कर शिवलिंग तक पहुंचते हैं और गंगा के पवित्र जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं.

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Though stating he needed to decreased emissions, he also repeatedly emphasised his belief that oil and fuel would be demanded for the long run.

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